एमएसके फाउंडेशन ने की लगातार तीसरे साल नेक पहल, मआशरे के जरुरतमंद लोगों को दिया रोजगार

रमदान अल मुबारक, 1446 हिजरी 

   फरमाने रसूल ﷺ   

"तुम अपने लिए भलाई के अलावा कोई और दुआ ना करो क्योंकि जो तुम कहते हो उस पर फरिश्ते आमीन कहते है।"
- मुस्लिम

महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देते हुए एक खातून को दिया ई रिक्शा
ज़कात की रकम से मआशरे के बेरोजगार लड़के-लड़कियों को दिया गया ई-रिक्शा 
लगातार तीसरे साल ई-रिक्शा देकर एमएसके फाउंडेशन ने कायम की मिशाल 
मआशरे के जरूरतमंद लोगों की हर साल मदद कर रहा फाउंडेशन
 


Ramdan, Eid, Iftar, nai tahreek, Bakhtawar Adab, Read Me

✅ याह्या नियाजी : खैरागढ़

एमएसके फाउंडेशन ने नेक पहल करते हुए मआशरे के 2 बेरोजगार लड़के-लड़की को रोजगार मयस्सर करते हुये उन्हें जुमेरात, 27 मार्च को मुस्लिम रिवायत के मुताबिक शबे कद्र की मुबारक रात ई-रिक्शा दिया गया। गौरतलब है कि एमएसके फाउंडेशन मआशरे के जरूरतमंद लोगों को गुजिश्ता 3 सालों से मदद फराहम कर रहा है। फाउंडेशन का नस्बुलऐन मआशरे के जरूरतमंद और पसमांदा बेरोजगार लड़के-लड़कियों को रोजगार मुहैया कराना है ताकि वो मआशरे की मेन स्ट्रीम से जुड़कर बेहतर जिंदगी गुजार सकें। 
    एमएसके फाउंडेशन का कयाम साल 2023 में मआशरे के रिटायर्ड बैंक अहलकार और फिलहाल जामा मस्जिद के नायब सदर जफर हुसैन खान की अगुवाई में माहे रमजान में मिलने वाली जकात की रकम से शहर के बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराने की गरज से जामा मस्जिद के सेक्रेटरी व सीरियर एडवोकेट सैय्यद अल्ताफ अली, सोशल वर्कर सलीम सोलंकी, साबिक वार्ड मेंबर नुमांइदे व सोशल वर्कर अयूब सोलंकी और मोहम्मद कलीम अशरफी ने की थी। 
    फाउंडेशन ने अपने कयाम के पहले साल में एक बेरोजगार को जकात की रकम से ई रिक्शा मुहैया कराया जिसका बेहतर नतीजा सामने आया। इस सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए फाउंडेशन ने जकात की कुल रकम से दो मुस्लिम जरूरतमंद लड़के लड़की को रोजगार मुहैया कराने की गरज से उन्हें ई-रिक्शा देकर उनकी मदद की। खास बात ये है कि इस नेक काम में शहर के होशमंद लोगों ने बढ़चढ़कर तआवुन किया। 
    फाउंडेशन के फाउंडर मेंबर जफर हुसैन खान, सैय्यद अल्ताफ अली और अय्यूब सोलंकी ने बताया कि मुस्तकबिल में भी फाउंडेशन शहर के जरूरतमंद बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराने के साथ ही मआशरे की फलाह और बहबूद के लिए काम करेगा। 
    इस दौरान जामा मस्जिद के सदर अरशद हुसैन डब्बू, नायब सदर जफर हुसैन खान, कदीर कुरैशी, सलीम सोलंकी, सुलेमान खान, हाजी रिज़वान मेमन, साबिर सरधारिया, हाजी ईमरान मेमन, रियाज़ अशरफी, इरफ़ान मेमन, उबैद खान, शारिक खान, जाफर झाड़ूदिया, इमरानुद्दीन कादरी व सादिक मोतीवाला समेत कसीर तादाद में मआशरे के लोग मौजूद थे। 

Post a Comment

0 Comments